Bihar News: मिथिलावादी पार्टी की एक अहम बैठक रविवार को धरौड़ा स्थित लोटस होटल में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अमित कुमार ठाकुर ने की जिसमें बेनीपुर विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथ स्तरीय कोर्डिनेटर और कार्यकर्ता शामिल हुए।
बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बूथ स्तर पर संगठन को मज़बूत बनाना और चुनावी रणनीति को अंतिम रूप देना रहा।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संभावित उम्मीदवार अविनाश भारद्वाज ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बेनीपुर की जनता वर्षों से परिवर्तन चाहती है और मिथिलावादी पार्टी ही वह विकल्प है जो क्षेत्र के विकास, युवाओं को रोज़गार, शिक्षा के उत्थान और मिथिला की सांस्कृतिक पहचान को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि बूथ स्तर की मज़बूती ही हमारी जीत की गारंटी बनेगी।
प्रत्येक कार्यकर्ता को अपने बूथ को संगठन की रीढ़ मानकर कार्य करना होगा।” उन्होंने आगे कहा कि यह चुनाव किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि मिथिला की अस्मिता और अधिकार की लड़ाई” है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से घर घर जाकर मतदाताओं को पार्टी की नीतियों और संकल्पों से जोड़ने पर परिवर्तित की शुरुआत बेनीपुर से करने का आव्हान किया।
Also read: Donald Trump Tariff 2025: 50% अमेरिकी टैरिफ से बिहार का मखाना निर्यात संकट में
बैठक में जिलाध्यक्ष अमित कुमार ठाकुर ने कहा कि कार्यकर्ताओं का जोश और समर्पण इस बार बेनीपुर में ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित करेगा। उन्होंने सभी कॉर्डिनेटरों से अपील की कि वे प्रत्येक मतदाता से व्यक्तिगत संपर्क करें उनकी समस्याओं को सुनने और पार्टी का विजन स्पष्ट रूप से साझा करें।
बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि आने वाले दिनों में घर-घर संपर्क अभियान, जन संपर्क यात्रा, नुक्कड़ सभा और सोशल मीडिया कैंपेन को तेज किया जाएगा। प्रत्येक बूथ स्तर पर कमेटी गठन सुनिश्चित होगा और युवा, महिला एवं छात्र वर्ग की सक्रिय भागीदारी अभियान से जोड़ी जाएगी।
बैठक के दौरान अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि वे बेनीपुर विधान सभा ही नहीं बल्कि पूरे मिथिला क्षेत्र में पार्टी को मज़बूत करेंगे। साथ ही बैठक में जिला उपाध्यक्ष, महासचिव, बेनीपुर प्रखंड अध्यक्ष, पंचायत संयोजक, युवा इकाई एवं महिला प्रकोष्ठ की प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
जिलाध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाला समय मिथिला के “नए सूर्योदय” का गवाह बनेगा और यह बदलाव मिथिलावादी पार्टी के नेतृत्व में संभव होगा।