Darbhanga News : मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनीश चौधरी के नेतृत्व में स्नातक सेमेस्टर 2 के रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर सोमवार को विश्वविद्यालय पीएनबी बैंक के पास छात्रों के साथ बैठक की गयी. बैठक में उपस्थित एमएसयू के विश्वविद्यालय संयोजक अमन सक्सैना, अध्यक्ष अनीश चौधरी कॉलेज प्रभारी प्रतीक सत्संगी, जिला कॉलेज प्रभारी कुंदन भारती कॉलेज अध्यक्ष इंद्र कुमार राज एवं अंशू कुमारी, तुलसी, मुस्कान कमलेश सिंह एवं किशन झा ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा जब भी रिजल्ट जारी किया जाता है. इसमें त्रुटियां पाई जाती हैं! सभी विषयों में उत्तीर्ण होने के बाद छात्रों को एक विषय में प्रमोट किया जाता है। यह यूनिवर्सिटी की परंपरा बन गई है और इससे छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
विश्वविद्यालय द्वारा एक भी ऐसा कॉलेज नहीं है जहां छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलती हो। तमाम कॉलेज डिग्री बांटने की दुकानें बन गए हैं, जहां हर साल लाखों छात्र डिग्री लेने आते हैं। विश्वविद्यालय का काम अब सिर्फ डिग्रियां बांटना रह गया है। इसके बावजूद यूनिवर्सिटी रिजल्ट में प्रमोटेड पेंडिंग एबसेंट जैसी समस्या खड़ी कर छात्रों का रिजल्ट जारी कर देती है. रिजल्ट जारी होने के बाद यूनिवर्सिटी में रोजाना हजारों छात्र अपनी समस्या लेकर मौजूद रहते हैं और उनकी सुनने वाला कोई नहीं होता है.डाटा सेंटर के माध्यम से गलत अनुपात देकर प्रमोटेड पेंडिंग छात्रों की संख्या कम कर दी जाती है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. इससे पहले भी सेमेस्टर 1 में इसी तरह से रिजल्ट जारी किया गया था, जिसके बाद आंदोलन के दबाव में प्रमोटेड छात्रों को एक विषय में पास कर दिया गया था. हम फिर से मांग कर रहे हैं. कि जितने भी छात्रों को एक विषय में प्रमोट किया गया है उन सभी छात्रों को पास किया जाए साथ ही सभी छात्रों को कम से कम एक विषय में पास किया जाए जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को 28 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया गया है अगर 28 तारीख तक रिजल्ट में सुधार नहीं होता है. तो संगठन 1 मार्च को विश्वविद्यालय में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा और जेल भरने का भी काम कर सकता हैं
इस वार्ता में डिप्टी कंट्रोलर प्रो इंसान अली, प्रॉक्टर डॉ अनुरंजन झा, डिप्टी प्रॉक्टर कामेश्वर पासवान विश्वविद्यालय थाना प्रभारी सुधीर कुमार समेत अन्य कर्मी मौजूद थे. रिजल्ट की समस्या को देखते हुए संगठन की ओर से विश्वविद्यालय परिसर में एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक के बाद सैकड़ों छात्र परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गये. इस दौरान संगठन के सदस्यों ने 28 फरवरी तक रिजल्ट में सुधार की मांग की.मांगें पूरी नहीं होने पर 1 मार्च को फिर से प्रदर्शन करने की बात कहकर आंदोलन खत्म किया गया. छात्रों ने करीब 2 घंटे तक परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय का घेराव किया. चूंकि परीक्षा नियंत्रक विश्वविद्यालय में नहीं थे, इसलिए अधिकारियों को 4 दिन का समय दिया गया.
इस आंदोलन में शुभम कुमार निभा साक्षी रबिया रिमझिम प्रीतम चंचल अंजलि प्रकाश सुमन मनीषा सुधा राहत प्रियंका निधि पूजा साजिद अनवर सुनील मल्लिक मोनू एजाज नाजनी शुभम कुमार मंजू विकाश राय अजित अमीर रेहमान संजीत कुणाल जितेंद्र सोनू राजेश राजन अमृत नीरज अभिषेक रूही ख़ुशी राधा चन्दन प्रकाश अंजलि सोनम महजबी कंचन कविता रूचि समेत सैकड़ो छात्र-छात्रा उपस्थित थे