Darbhanga News: मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा बुधवार से शुरू हुए 21 सूत्री मांग को लेकर आमरण भूख हड़ताल तीसरे दिन शुक्रवार को विश्वविद्यालय प्रशासन के सकारात्मक वार्ता के बाद समाप्त कर दिया गया
वही भूख हड़ताल पर बैठे MSU के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनिश चौधरी और विवि महासचिव आदर्श मिश्रा ने कहा की संगठन पिछले कई सालों से विश्वविद्यालय में मजबूत आंदोलन करता हुआ आया हैं और कई बदलाव भी लाने का काम किया हैं मिथिला क्षेत्र के छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए संगठन संकल्पित हैं इसी करी में बुधवार से 21 सूत्री मांग को लेकर इस कराके की ठंड में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू किया गया था
ताकि इस व्यस्था में बदलाव हो आंदोलन में शामिल संगठन के राष्ट्रीय महासचिव वीरेन कुमार विश्वविद्यालय संयोजक अमन सक्सेना सुमित मांउबेहटिया अमित मिश्रा संदीप सिंह मुस्कान कुमारी पल्लवी कुमारी शुभम कुमार राजेश मंडल अमित मिश्रा व कुंदन भारती ने मिथिला टॉप से कहा की हमारी 21 सूत्री मांग में प्रमुख मांग हैं की कॉलेज में छात्र-संघ चुनाव का घोषणा जल्द किया जाये स्नातक पीजी का सत्र नियमित किया जाए एससी एसटी छात्र और छात्राओं का मुफ्त शिक्षा लागू किया जाए दुरस्थ शिक्षा और लॉ का पढ़ाई चालू किया जाए विभिन्न कॉलेज में पीजी का पढ़ाई चालू हो रिक्त पदों पर शिक्षकों का बहाली किया जाए!
वही कॉलेज का नाम मिथिलाक्षर में अंकित किया जाए जैसे मांग शामिल हैं जिसके लिए संगठन लगातार आंदोलन करता हुआ आया हैं जिसपर विश्वविद्यालय प्रशासन आश्वासन देकर मांग पूरा करने का काम नहीं करते हैं जिसके विरोध में संगठन ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल बुधवार से शुरू किया था जो की सकारात्मक वार्ता के बाद समाप्त कर दिया गया ।
मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन 21 सूत्री मांग हैं…
1◆ छात्र-संघ चुनाव का घोषणा जल्द किया जाए
2◆ स्नातक, स्नातकोत्तर का सत्र नियमित किया जाए।
3◆ रिक्त पदों पर प्रोफेसर, कर्मचारी और लाइब्रेरियन की बहाली की जाए।
4◆ सभी महाविद्यालय में छात्रावास का निर्माण किया जाए एवं बन्द पड़े छात्रावास को चालू किया जाए।
5◆ विश्वविद्यालय में दिशा निर्देश बोर्ड लगाया जाए एवं पूछताछ काउंटर खोला जाए।
6◆ विश्वविद्यालय प्रांगण में दलाल को चिन्हित कर कानूनी करवाई की जाए एवं दलाल मुक्त विश्वविद्यालय बनाया जाए।
7◆ विश्वविद्यालय प्रांगण में छात्र-छात्राओं के लिए प्रतीक्षालय,शौचालय एवं शुद्ध पीएजल की व्यवस्था की जाए।
8◆ सभी महाविद्यालय का नाम मिथिलाक्षर में लिखा जाए।
9◆ सभी महाविद्यालय में ड्रेस कोड लागू किया जाए।
10◆ कुलपति महोदय के साथ-साथ सभी पदाधिकारियों और कर्मचारी सह समय अपने विश्वविद्यालय कार्यालय में उपस्थित हो।
11◆ विभिन्न महाविद्यालय में P.G का पढ़ाई चालू हो।
12◆ स्पोर्ट नामांकन खत्म कर स्नाकोत्तर में नामांकन के लिए जाँच परीक्षा लिया जाए।
13◆ डिस्टेंस और लौ कॉलेज का पढ़ाई जल्द-जल्द चालू किया जाए।
14◆ विश्वविद्यालय में बंद पड़े दीक्षांत समारोह जल्द से जल्द चालू किया जाए।
15◆ सभी महाविद्यालय में AEC, SEC,VAC का पढ़ाई चालू किया जाए।
16◆ M.M.T.M कॉलेज rb जालान कॉलेज, नागेन्द्र झा महिला कॉलेजको सरकारी कॉलेज का मान्यता दी जाए।
17◆ J.N कॉलेज मधुबनी एवम R. K कॉलेज मधुबनी छात्र संघ कार्यालय बन्द किया जाए।
18◆ विश्वविद्यालय में स्वर्ण जंयती पार्क चालू किया जाए।
19◆ सभी छात्र संगठन को I,D कार्ड लागू किया जाए।
20◆ विश्वविद्यालय के अंतर्गत संगीत एवं नाट्य विभाग में बेंच-डेक्स की संख्या बढ़ाया जाए।
21◆ मिथिला विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाए।
वही आंदोलन में सत्यम कुमार यादव,दिनबंधु झा,पिंटू कुमार,अभिषेक कुमार झा,सौरभ,सोनू यादव,शुभम, आदर्श रॉय,विश्वनाथ कुमार,नदीम रेहमान,सुमित कुमार,मुस्कान,पल्लवी,शिवम सिंह,कुंदन भारती,अमरेश कश्यप,प्रतिक सत्संगी,सोनू झा,अंकित झा,अमित मिश्रा,सुलेखा,आकांक्षा,गोपाल ठाकुर, अजित झा,सूरज ठाकुर,अरविन्द कुमार,मुकुंद झा गोविन्द झा समेत कई छात्र आंदोलन में शामिल होते हुए.