Nalanda: बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, राजगीर में “शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान में उभरते पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रम विकास” विषय पर एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि, बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के माननीय कुलपति प्रो. शिशिर सिन्हा, विशिष्ट अतिथि श्री मयंक वरवडे, आयुक्त, पटना प्रमंडल, और श्री शशांक शुभंकर, जिलाधिकारी, नालंदा द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
खेल शिक्षा को मिलेगी नई दिशा
इस सम्मेलन में प्रमुख शिक्षाविदों, नीति निर्माताओं और खेल विशेषज्ञों ने भाग लिया। सम्मेलन के दौरान शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान के क्षेत्र में नवीन पाठ्यक्रमों के विकास और शैक्षणिक नवाचारों पर विस्तृत चर्चा की गई। कुलपति प्रो. शिशिर सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को यूजीसी मान्यता और एआईयू सदस्यता प्राप्त हो चुकी है। विश्वविद्यालय आगामी शैक्षणिक सत्र में तीन समर्पित पाठ्यक्रमों के साथ अपनी यात्रा प्रारंभ करेगा। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के उस दृष्टिकोण का भी उल्लेख किया, जिसमें बिहार को खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्टता का केंद्र बनाने की परिकल्पना की गई है।
खेल अवसंरचना में बड़ा निवेश
पटना प्रमंडलीय आयुक्त श्री मयंक वरवडे ने बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में विकसित करने की आशा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार खेल अवसंरचना के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल का मैदान, प्रत्येक प्रखंड में एक निर्धारित खेल का मैदान, और हर जिले में एक स्टेडियम व खेल परिसर विकसित करने की योजना है। अब तक 8,500 ग्राम पंचायतों में से 6,000 में कार्य आरंभ हो चुका है। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने 11,500 करोड़ की परियोजना को ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा है।
तकनीकी सत्रों में महत्वपूर्ण चर्चाएँ
इस दो दिवसीय सम्मेलन में कई तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिनमें प्रमुख रूप से एनसीटीई द्वारा प्रस्तावित 4 वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP), BPES-B.P.Ed. डिग्री कार्यक्रम, और यूजीसी के बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स (BPES) पाठ्यक्रम पर चर्चा की गई। इसके अलावा, एथलेटिक्स और क्रिकेट जैसे विशेष खेलों में डिप्लोमा और स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रमों की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श हुआ।
सम्मेलन का समापन और सम्मान समारोह
श्री निशिकांत तिवारी, परीक्षा नियंत्रक एवं डीन, ने विश्वविद्यालय की यात्रा को पीपीटी प्रस्तुति के माध्यम से दर्शाया। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री रजनीकांत ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मेलन का समापन बिहार के विकास आयुक्त की उपस्थिति में हुआ, जिसके बाद प्रतिभागियों को प्रशंसा प्रमाणपत्र वितरित किए गए। समापन समारोह में आयोजन सचिव, BSUR के डीन ने सभी आगंतुकों और सहभागी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
यह सम्मेलन बिहार में खेल शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने और खेल विज्ञान को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगा। बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी सभी हितधारकों को इस प्रयास में भागीदारी के लिए आमंत्रित करती है।