Nalanda: नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने लोकसभा में बायलर विधेयक पर जोरदार बहस करते हुए इसकी जरूरत और महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह विधेयक 1923 के बायलर अधिनियम में सुधार करते हुए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी प्रकार के बायलर को निर्माता द्वारा प्रमाणित करना और निरीक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाना अनिवार्य होगा, ताकि बायलर विस्फोट जैसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
बायलर सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
सांसद कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि इस विधेयक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि राज्य सरकार के अधिकार सुरक्षित रहेंगे। प्रमाण-पत्र और निरीक्षकों की नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा ही की जाएगी। साथ ही, निरीक्षण प्रक्रिया में तीसरे पक्ष की नियुक्ति का भी प्रावधान किया गया है। इस विधेयक के तहत एक केंद्रीय बायलर बोर्ड के गठन का प्रस्ताव भी रखा गया है, जिससे पूरे देश में बायलर सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
देश में लाखों बायलर, सुरक्षा व्यवस्था जरूरी
सांसद ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि पूरे देश में करीब 40 लाख बायलर संचालित हो रहे हैं, जिनमें अधिकांश स्टीम बायलर हैं। इनकी नियमित निगरानी और निरीक्षण बेहद आवश्यक है, क्योंकि बायलर फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और कई बार यह दुर्घटनाएं जानलेवा साबित होती हैं।
हाल ही में हुई दुर्घटनाओं का जिक्र
उन्होंने हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में हुई बायलर विस्फोट की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भिवाड़ी (अलवर), लुधियाना (पंजाब), सरायकेला (झारखंड) और समस्तीपुर (बिहार) में बायलर फटने की भीषण घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई मजदूरों की जान चली गई। उन्होंने कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र नालंदा में भी राइस मिलों और अन्य फैक्टरियों में बायलर लगे हुए हैं, जहां सुरक्षा की अनदेखी की जाती है।
सस्ती लागत, सुरक्षा के साथ समझौता
सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि कई फैक्ट्री मालिक सस्ते बायलर खरीदते हैं, जिनकी डिजाइन में गंभीर खामियां होती हैं। सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण बायलर विस्फोट की घटनाएं होती हैं, जिससे मजदूरों की जान पर बन आती है। इस विधेयक से सुरक्षा मानकों को सख्त किया जाएगा और बायलर से जुड़े सभी घटकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित होगी।
सांसद ने विधेयक का किया समर्थन
सांसद कौशलेंद्र कुमार ने बायलर विधेयक को पारदर्शी और सशक्त बनाने की दिशा में इसे एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से देश में बायलर फटने की घटनाओं पर रोक लगेगी और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने विधेयक का समर्थन करते हुए सरकार से इसे जल्द से जल्द लागू करने की मांग की। यह विधेयक अगर लागू होता है, तो बायलर से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं का समाधान करते हुए जान-माल की हानि को रोका जा सकेगा।