Mithilawadi Party : इस पद यात्रा की मांग है “मिथिला विकास बोर्ड”। गौरतलब है कि इससे पहले भी पद यात्रा के बाद 25 फरवरी 2018 को एनएच 57 को जाम कर दिया गया था, जिसमें उन्हें 17 दिनों तक भीषण लाठीचार्ज और जेल में यातना का सामना करना पड़ा था. मिथिला स्टूडेंट यूनियन 2018 से लगातार मिथिला विकास बोर्ड की मांग कर रही है। इसे लेकर 05 अगस्त को दिल्ली, 02 अक्टूबर को मिथिला बंद, 02 दिसंबर को राज मैदान में विशाल रैली समेत हर ब्लॉक और जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया।
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जिसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में हम सभी के आंदोलन के बाद सिद्दीकी जी ने इस मांग को घोषणा पत्र में दर्ज कराया था और सांसद गोपाल जी ठाकुर ने भी जीतने के बाद इस मांग को उठाने की बात कही थी. लेकिन सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण आज भी यह मांग जनता के बीच नहीं है.
वही विद्याभूषा ने कहा केंद्र सरकार को रुपये खर्च करने चाहिए. मिथिला क्षेत्र के विकास के लिए सीधे एमडीबी के माध्यम से 2 लाख करोड़ की मांग पदयात्रा के माध्यम से केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखी जायेगी. जनता के बीच गूंगी – बहरी , अपाहिज सरकार के प्रति आक्रोश प्रकट करेंगे।