New Delhi: बिहार में अति पिछड़ा समाज के प्रतिनिधित्व और राजनीतिक भागीदारी को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ आयोजित की गई। इस बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता संजीव कुमार बिट्टु के नेतृत्व में अति पिछड़ा समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया।
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बैठक के दौरान बिहार में अति पिछड़ों की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, उनके आरक्षण और प्रतिनिधित्व पर चर्चा की गई। प्रतिनिधिमंडल ने राहुल गांधी को बिहार में अति पिछड़े वर्ग की अनदेखी और उनके राजनीतिक अधिकारों की उपेक्षा के मुद्दों से अवगत कराया।
राहुल गांधी ने दिया समर्थन का आश्वासन
राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि महागठबंधन सरकार सभी वर्गों के उचित प्रतिनिधित्व के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में जातीय जनगणना के आधार पर अति पिछड़ों को उचित प्रतिनिधित्व और राजनीतिक भागीदारी दी जाएगी।
बिहार में अति पिछड़ों की भूमिका महत्वपूर्ण
बैठक के दौरान चर्चा हुई कि बिहार की राजनीति में अति पिछड़ों की भूमिका अहम है, लेकिन उनके राजनीतिक प्रतिनिधित्व की संख्या आज भी संतोषजनक नहीं है। इसी को लेकर राहुल गांधी ने यह भी कहा कि हर समाज को उनकी जनसंख्या और नेतृत्व क्षमता के आधार पर उचित हिस्सेदारी मिले, यह सुनिश्चित किया जाएगा।
संजीव कुमार बिट्टु ने व्यक्त किया आभार
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने राहुल गांधी के इस आश्वासन पर संतोष व्यक्त किया और उनके द्वारा दिए गए समय और विचारों के लिए धन्यवाद अदा किया। सामाजिक कार्यकर्ता संजीव कुमार बिट्टु ने कहा कि यह बैठक अति पिछड़ा समाज की राजनीतिक भागीदारी को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।
आगामी चुनावों में अति पिछड़ों की भागीदारी पर रहेगा जोर
इस चर्चा से यह संकेत मिलता है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में अति पिछड़ों की राजनीतिक स्थिति मजबूत करने की दिशा में महागठबंधन सक्रिय भूमिका निभाएगा। जातीय जनगणना के आधार पर आरक्षण और प्रतिनिधित्व को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी, जिससे अति पिछड़ा समाज को न्याय मिल सके।
यह बैठक बिहार की राजनीति में अति पिछड़ों की भागीदारी को नई दिशा देने का संकेत देती है, जिससे उनके हक और अधिकारों को मजबूती मिल सकेगी।