Mainiyaan Balwan Yojana: झारखंड में महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक और बड़ी पहल करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार ने “मंईयां बलवान योजना” शुरू करने की घोषणा की है। यह योजना राज्य की पहले से चल रही “मंईयां समान योजना” की अगली कड़ी होगी। सरकार का लक्ष्य है कि इस नई योजना के माध्यम से राज्य की लगभग 25 से 30 लाख महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए ।
क्या है मंईयां बलवान योजना ?
“मंईयां बलवान योजना” का उद्देश्य महिलाओं को केवल सरकारी सहायता तक सीमित न रखते हुए उन्हें स्थायी आजीविका से जोड़ना हैं। जिससे वह स्वयं निर्णय लेने में सक्षम बन सकें। इस योजना के तहत महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups) के माध्यम से संगठित कर विभिन्न रोज़गार और आय सृजन कार्यक्रमों से जोड़ा जाएगा।
लाभुक होगी मंईयां सम्मान योजना कि महिलाएं
यह योजना विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए तैयार की गई है, जो पहले से मंईयां समान योजना के अंतर्गत लाभान्वित हो रही हैं। मंईयां सम्मान योजना के तहत वृद्, विधवा और पर्याप्त महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जा रही है। अब सरकार का लक्ष्य है कि इन्हीं महिलाओं को सशक्त कर उन्हें किसी दूसरे पर निर्भर न रहने दिया जाए।
किन स्त्रोतों से जोड़ा जाएगा महिलाओं को
सरकार के मुताबिक़ योजना के तहत महिलाओं को विभिन्न आजीविका स्रोतों से जोड़ा जाएगा जैसे:
- क्रिसी आधारित लघु उद्योग
- पशुपालन
- मशरूम मुर्गीपालन और मत्स्य पालन
- लघु व्यापार और कुटीर उद्योग
- स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग और विपणन से जोड़ा जाएगा
इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण, बीच पूंजी, बजार तक पहुंचऔर तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाएगी।
क्या हैं सरकार की मंशा और नीति?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि, “ हमारी सरकार का लक्ष्य है कि महिलाएं केवल सहायता पाने वाली न बनें, बल्कि वे समाज की दिशा तय करने वाली बनें। मंईयां बलवान योजना के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी और अपने परिवार व गांव की आर्थिक रीढ़ साबित होंगी।”
‘मंईयां बलवान योजना’ झारखंड सरकार की सराहनीय पहल है, जो राज्य की महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर की दिशा में एक नया अवसर भी प्रदान करेगी। यह योजना ग्रामीण विकास, ग़रीबी उन्मूलन और महिला सशक्तिकरण को एक नई गति देने में सहायक सिद्ध हो सकती है ।