Mithila Vikas Board Padyatra : मिथिला विकास बोर्ड के उद्देश्य को लेकर यात्रा जारी है. मिथिलावादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविनाश भारद्वाज के नेतृत्व में 50वीं वर्षगांठ यात्रा जारी है। मनीगाछी, ब्रह्मपुरा के माउबेहट उजान ततुआर फूलबन मनीगाछी भंडारिसम से शुरू होकर विभिन्न स्थानों से राघोपुर पहुंची। जहां रात्रि विश्राम किया। यात्रा का नेतृत्व राष्ट्रीय प्रवक्ता आदित्य मंडल ने किया. वही यात्रा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने कहा कि: 2020 के विधानसभा चुनाव में दरभंगा और मधुबनी की 20 में से 17 सीटें एनडीए के पास थीं, लेकिन इन विधायकों ने क्षेत्र के विकास के लिए कोई ठोस पहल नहीं की.न बंद पड़े उद्योगों को पुनर्जीवित करने की बात हुई, न बाढ़-सुखाड़ की समस्या का समाधान हुआ, न पलायन पर कोई नीति बनी.
मिथिला की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी. युवाओं ने तय कर लिया है कि इस बार चुनाव में जवाब दिया जायेगा. मिथिलावादी पार्टी के बैनर तले “अपन माटी, अपना पार्टी” को सत्ता में भागीदार बनाकर परिवर्तन लाया जायेगा। विकास बोर्ड आमतौर पर राज्य के गरीब क्षेत्रों या विशिष्ट चिन्हित क्षेत्रों के लिए बनाए जाते हैं ताकि विकास समावेशी हो और उस क्षेत्र की तुलनात्मक भागीदारी संभव हो सके। 6 करोड़, 20 जिले, अलग भाषा और संस्कृति कुल मिलाकर मिथिला को एक अलग विकास परिषद के लिए उपयुक्त बनाती है। मिथिला के जिलों की स्थिति का तुलनात्मक विश्लेषण करें तो स्थिति स्पष्ट हो जायेगी. मिथिला के 20 जिलों की औसत साक्षरता दर केवल 37.5 प्रतिशत है, गरीबी-भुखमरी-कुपोषण-बेरोजगारी-पलायन-उद्योग-धंधों और मिलों की बंदी।

शिक्षा-स्वास्थ्य-संचार सुविधाओं का अभाव, कृषि-यातायात-मानव विकास-निम्न जीवन स्तर, यह सब एक स्वतंत्र बोर्ड या परिषद की आवश्यकता का एहसास कराता है जो केवल मिथिला के विकास पर काम करेगा। यदि केंद्र कोई सहायता या विशेष पैकेज भेजता है तो उसे इस बोर्ड को काम करने के लिए देना चाहिए, न कि राज्य सरकार को इसे कहीं और खर्च करना चाहिए.
इस यात्रा में गोपाल चौधरी , वीरेंद्र कुमार , अजय कुमार साहू,सुमित माउबहटिया , परमानन्द यादव, राकेश मिश्रा, रणधीर झा, मुकेश यादव,राजा मेहता, बैजू माली, संजीव झा, रमेश बाबा, सुमन जी यादव, नन्हे झा, गुलशन झा अशोक राय,अपूर्व कुमार, रितम कर्ण समेत सैकड़ो लोग उपस्थित थे।