नई दिल्ली: कांग्रेस संसदीय दल प्रमुख sonia gandhi ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के बाद कहा कि वह अपने संबोधन के अंत तक थक गई थीं और बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थीं. उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं…वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।” बेचारी.’ राष्ट्रपति मुर्मू ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के दोनों सदनों को संबोधित किया और सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया.
आज बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने सदन के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सरकार के तमाम कार्यों की सराहना की. कल पेश होगा मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट लेकिन उससे पहले कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बड़ी टिप्पणी की है. भाषण का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू अंत तक ‘बहुत थक गई’ थीं.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा (दोनों सांसद) के साथ खड़ी सोनिया गांधी ने जवाब दिया, ‘अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गए थे, वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी। इस बीच जब राहुल गांधी से टिप्पणी मांगी गई तो उन्होंने इसे सीधे तौर पर ‘बोरिंग’ करार दिया. हालांकि उन्होंने आगे कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. बस इतना कहा कि आप एक ही बात बार-बार दोहरा रहे हैं?
इसके अलावा पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने भी राष्ट्रपति को सरकार का रबर स्टांप बताया. पप्पू यादव ने कहा, ‘राष्ट्रपति एक मोहर की तरह होते हैं. उन्हें बस एक प्रेम पत्र पढ़ना है। हालांकि, बीजेपी ने सोनिया गांधी की इस टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए खारिज कर दिया. टिप्पणी को लेकर गांधी परिवार पर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस की सामंती मानसिकता इस बात को पचा नहीं पा रही है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह टिप्पणी कांग्रेस की घटिया राजनीति और चरित्र को उजागर करती है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘नकली गांधी परिवार यह बर्दाश्त नहीं कर सकता कि गांधी परिवार के बाहर का कोई व्यक्ति उच्च संवैधानिक पदों पर बैठा हो. ये अपमान हर भारतीय का अपमान है, हर आदिवासी का अपमान है, हर महिला का अपमान है। यह देश इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.