Darbhanga: दरभंगा नगर निगम की उपेक्षा और बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर वार्ड संख्या 22 स्थित शिवाजीनगर भगत मोहल्ला में नागरिकों का आक्रोश फूट पड़ा है। रविवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन (एमएसयू) की एक अहम बैठक में निर्णय लिया गया कि 27 मई को नगर निगम कार्यालय पर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन में क्षेत्र की चार प्रमुख समस्याओं को लेकर सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा।
चार सूत्रीय मांगें:
बैठक में नागरिकों और संगठन के सदस्यों ने निम्नलिखित चार प्रमुख मांगें रखीं:
शिवाजीनगर पक्की हवेली मस्जिद के पास समर्सिबल पंप की स्थापना और हर घर में नल से जल आपूर्ति।
बागमती नदी के किनारे की तत्काल सफाई और घाट का निर्माण।
भगत टोला मस्जिद के पास मुख्य सड़क के नाले का मरम्मत कार्य और स्लैब की सही ढंग से ढलाई।
पूरे नाले की तत्काल सफाई।
बैठक में यह बात जोर देकर कही गई कि नगर निगम द्वारा लगातार अनदेखी किए जाने के कारण नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वक्ताओं ने कहा कि लोकतंत्र में अधिकारों की प्राप्ति के लिए आवाज़ उठाना जरूरी है, और अब वक्त आ गया है कि निगम की निष्क्रियता के खिलाफ एक सशक्त आंदोलन खड़ा किया जाए।
एमएसयू की वार्ड 22 इकाई का गठन:
बैठक के दौरान एमएसयू की वार्ड 22 इकाई का भी गठन किया गया, जिसमें निम्नलिखित पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई:
अध्यक्ष: गोपाल कुमार भगत
महासचिव: मोनू कुमार भगत
कोषाध्यक्ष: रोहित कुमार साहू
प्रभारी: राम कुमार
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी:
इस बैठक में महिलाओं की भागीदारी भी सराहनीय रही। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रस्तावित आंदोलन में वे भी कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगी।
एमएसयू के छात्र नेताओं अमन सक्सेना, प्रतीक सत्संगी और अर्जुन कुमार दास ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से होगा। संगठन ने सभी स्थानीय नागरिकों से 26 मई को एकजुट होकर आंदोलन में शामिल होने की अपील की है।
उपस्थित प्रमुख लोग:
बैठक में सीतराम भगत, श्रवण भगत, सुरेश यादव, विशाल कुमार, दीपक कुमार, सीतराम साह, केदार भगत, दुर्गा कुमारी, गोदावरी कुमारी, मंजू देवी, लक्ष्मी देवी और अमृता देवी समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।