Darbhanga News: वैसे तो दरभंगा अपने धान उत्पादन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है, लेकिन हाल ही में यहां के लोगों ने खेत छोड़कर सीधे सड़क पर धान लगाना शुरू कर दिया है. इस तस्वीर को देखकर आप भी हैरान हो सकते हैं लेकिन इसके पीछे की वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे. ये बिहार है और यहां कुछ भी संभव है.
दरअसल, शहर को जाम से निजात दिलाने के उद्देश्य से दोनार रेलवे गुमटी पर ओवर ब्रिज का भूमि पूजन एक माह पहले स्थानीय विधायक सह राजस्व मंत्री संजय सरावगी ने किया था. ताकि सहरसा व अन्य जिलों से आने वाले लोगों के साथ-साथ स्थाई लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो. लेकिन सरकारी लापरवाही के कारण कछुआ गति से हो रहे निर्माण के कारण यह ओवर ब्रिज निर्माण अब लोगों के लिए अभिशाप बन गया है.
ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए निर्माण कंपनी ने कई जगहों पर सड़क को तोड़ दिया है. उस गड्ढे में बारिश का पानी जमा हो जाता है. जिसमें पड़कर लोग खुद को छोटा भी महसूस करते हैं। लोगों की परेशानी बढ़ती देख राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने निर्माण स्थल के पास सड़क पर धान रोपा और सरकार विरोधी नारे लगाये तथा निर्माण कार्य तेज गति से शुरू करने की मांग की.
वहीं धान रोपने वाले राजद भोलू यादव का कहना है कि सरकार की लापरवाही के कारण सड़क पर जलजमाव और कीचड़ की समस्या है. इस मार्ग पर कई राहगीर घायल भी हो चुके हैं। शिकायतों के बावजूद भी न तो जनप्रतिनिधियों की नींद टूट रही है। अधिकारियों ने भी नहीं किया. हर दिन लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं. सबसे अधिक परेशानी स्कूली छात्रों व मरीजों को होती है. कई हफ्तों तक एंबुलेंस लंबे ट्रैफिक जाम में फंसी रहती हैं.
स्वाति देव ने कहा कि सरकार सिर्फ जनता को गुमराह कर रही है. स्थानीय विधायक यहां आठ बार शिलान्यास कर चुके हैं लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. इसी बात से नाराज होकर हमने सड़क पर धान रोपकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है. राकेश नायक ने बताया कि सड़क की जर्जर स्थिति के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि मुख्य सड़क होने के कारण प्रतिदिन हजारों लोग यहां से गुजरते हैं. इसी वजह से दुर्घटनाएं भी आम हो गई हैं. दो दिन पहले एक दंपत्ति बाइक चलाते वक्त हादसे का शिकार हो गए.
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जिसमें उसका हाथ टूट गया. सड़क पर करीब 2 फीट तक कीचड़ जमा हो जाता है, जिससे गाड़ी चलाना बेहद मुश्किल हो जाता है। इस कीचड़ के कारण आसपास के लोग मजबूरी में ही इस रास्ते से आवागमन करते हैं और कुछ लोग तो घर से निकलने से भी कतराते हैं. गुस्साए लोगों का कहना है कि इस सड़क पर गाड़ियां नहीं चल सकतीं तो इस पर धान उगाना ही बेहतर है. इसी सोच के साथ उन्होंने धान रोपने वालों को विशेष तौर पर बुलाया और सड़क पर ही धान रोप दिया. यह प्रदर्शन प्रशासन को जगाने और जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराने की मांग को लेकर किया गया है.











