Shravani Mela: श्रावणी मेले के पावन अवसर पर बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। रविवार को साप्ताहंत और सावन के दूसरे सोमवार की पूर्व संध्या होने के कारण बाबा नगरी में भारी भीड़ देखी गई। बोल बम के जयकारों से सम्पूर्ण वातावरण भक्तिमय हो गया है ।
रविवार तड़के सुबह 4:17 बजे बाबा मंदिर का पट विधिवत रूप से खोला गया। पट खुलते ही देश के कोने-कोने से आए लाखों कावरियों ने जलार्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी। कावरियों की क़तार बाबा मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर शहर के विभिन्न मार्गों तक फैली हुई है।
अब श्रद्धालु कतारबद्ध होकर अनुशासित ढंग से बाबा भोलेनाथ का जयघोष करते हुए दर्शन और जलार्पण के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
कृष्णागढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार, शनिवार की रात 9 बजे तक 2,85,860 कांवरिये सुल्तानगंज से बाबा धाम के लिए रवाना हो चुके थे। रविवार सुबह से ही सुल्तानगंज में भारी भीड़ उमड़ पड़ी है, जिससे वातावरण पूरी तरह से शिवमय हो गया है। हालांकि, श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने और ट्रैफ़िक व्यवस्था सही नहीं रहने के कारण कई जगहों पर कावरियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ स्थानों पर भीड़ के कारण हुई धक्का-मुक्की की घटनाएं भी सामने आई हैं।
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जिला प्रशासन द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, कल दूसरे सोमवारी को क़रीब 3 लाख श्रद्धालुओं द्वारा जलार्पण किए जाने की संभावना है। इस अनुमान के मद्देनज़र प्रशासन, पुलिस बल और स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ा दी गई है । पूरे मेला क्षेत्र में CCTV कैमरे से निगरानी की जा रही है साथ ही चिकित्सा व राहत शिविरों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर मार्ग, कन्वर्जेंस पथ,शिव गंगा तलाव और प्रमुख विश्राम केंद्रों पर इन्द्र वर्षा मिस्ट कूलिंग सिस्टम जैसी विशेष व्यवस्थाएं की गई है। ताकि उमस और गर्मी में उन्हें राहत मिल सके ।
श्रावणी मेला न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह झारखंड की सांस्कृतिक और सामाजिक समृद्धि का प्रतीक भी बन गया है। बाबा धाम में उमड़ी आस्था कि यह बाड़ सावन में शिव भक्ति की गहराई को दर्शाती है।