Godda News: डुमरी विधायक और झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) के अध्यक्ष जयराम महतो ने कहा कि सूर्यनारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा कोई अपराधी नहीं बल्कि आदिवासियों और गरीबों के अधिकारों के लिए लड़ने वाला विद्रोही था. राजनीतिक साजिश के तहत पुलिस ने उन्हें कथित मुठभेड़ में मार डाला. शनिवार को जयराम महतो डकैत गांव पहुंचे और सूर्या हांसदा के परिजनों से मुलाकात की.
उन्होंने उनके परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि सूर्या ईसीएल व अन्य कोयला कंपनियों के खिलाफ आवाज उठाते रहे. उन्होंने गरीबों के अधिकार, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संघर्ष किया। इस दौरान हजारों की भीड़ मौजूद थी.
विधायक ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर सूर्या पुलिस हिरासत से भाग रहा था तो गोली उसके पेट में कैसे लगी? जबकि गोली पीठ पर लगनी चाहिए थी. उन्होंने यह भी कहा कि गोली लगने के बाद सूर्या के शरीर के जलने की घटना गंभीर संदेह पैदा करती है.
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महतो ने कहा कि गोड्डा के ललमटिया ही नहीं पूरे राज्य के कोयला खनन क्षेत्रों में लोग कंपनियों की मनमानी से परेशान हैं. सूर्या की लड़ाई कंपनियों और अधिकारियों से थी आम जनता से नहीं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके.