Samastipur News: उजियारपुर प्रखंड के लखनीपुर महेशपट्टी गांव में आर्थिक तंगी के कारण एक बेटी की शादी में आ रही बाधा अचानक दूर हो गयी और बीती रात धूमधाम से उस बेटी की शादी संपन्न हो गयी. यह संभव हुआ उजियारपुर प्रखंड के भगवानपुर कमला गांव निवासी और जिले के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता भाई राजू सहनी की बदौलत।सामाजिक कार्यकर्ता राजू सहनी ने बेटी की शादी में आ रही रुकावटों को दूर करते हुए बेटी की शादी धूमधाम से करने का फैसला किया.
जिसके बाद समाज सेवी भाई राजू सहनी की टीम के सदस्य लड़की के घर पहुंचे और शादी से संबंधित सभी सामान जैसे शादी की पोशाक, चुनरी, सूटकेस, मेकअप बॉक्स और दूल्हे के साथ आने वाली बारात के लिए मेकअप का सामान और खाने-पीने का सामान आदि उपलब्ध कराया।इस संबंध में उजियारपुर प्रखंड अंतर्गत भगवानपुर कमला गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता भाई राजू सहनी की टीम में शामिल रामश्रेष्ठ सहनी ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता राजू सहनी को जानकारी मिली कि उजियारपुर प्रखंड के लखनीपुर महेशपट्टी पंचायत निवासी रामवृक्ष सदा की पुत्री की शादी पिछले कुछ माह से तय हो गयी है.
लेकिन आर्थिक दिक्कतों के कारण उन्हें शादी का सारा सामान खरीदने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसकी जानकारी जैसे ही सामाजिक कार्यकर्ता राजू सहनी को हुई, उन्होंने तुरंत अपनी टीम के सदस्यों को लखनीपुर महेशपट्टी गांव भेजा और लड़की के पिता से मुलाकात की और उसकी वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी एकत्र की.और लड़की की शादी के खर्च की जिम्मेदारी लेते हुए शादी का सारा सामान उपहार स्वरूप प्रदान किया। लड़की के पिता कैलाश सदा ने बताया कि वह हैदराबाद में मजदूरी करते हैं. इसी बीच उनकी तबीयत खराब हो गई और वह घर आ गए। वह पिछले कुछ महीनों से घर पर ही रह रहे हैं
जिसके कारण उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। एक दिन जब वह अपने दरवाजे पर बैठे थे, तभी कुछ लोग आये और बताया कि सामाजिक कार्यकर्ता राजू सहनी ने उन्हें उनकी मदद के लिए भेजा है.और उन्होंने उनसे उनकी बेटी की शादी के बारे में पूछताछ की और हाल ही में राजू साहनी के लोगों ने उनके घर पर शादी से संबंधित बहुत सारे सामान पहुंचाए। जिसके बाद उनकी बेटी की शादी खुशी-खुशी हो गई और वह अपने ससुराल भी चली गई.
मौके पर राजू सहनी टीम के लोगों में भगवानपुर कमला पंचायत के सरपंच पति जयराम साहनी, श्रीराम साहनी, रामश्रेष्ठ साहनी, सुजित कुमार, चन्दन साहनी, स्थानीय ग्रामीण अरविन्द कुमार राय, राजेश कुमार सिंह, वरुण कुमार राय, सियाराम राय, रंजीत प्रसाद, सुखलाल साहनी, नकुल साहनी, मदन साहनी, बटोरन साहनी, चंद्रकांत सिंह, ललीत कुमार सिंह, कपिल पासवान आदि आदि मौजूद थे।