Jharkhand News: सीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों से अवैध रूप से शुल्क वसूली के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस गंभीर मुद्दे को लेकर झारखंड लॉ एंड टेक्निकल कॉलेज मूवमेंट (जेएलकेएम) के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष और आंदोलनकारी नेता देवेंद्र नाथ महतो ने झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (जेयूटी) नामकुम, रांची के कुलपति डॉ. डी.के. सिंह से मुलाकात कर उन्हें एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में महतो ने बताया कि सीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में सत्र 2019-23, 2020-24, 2021-25, 2022-26 और 2023-27 के छात्रों से एक ही प्रकार के शिक्षण शुल्क को बार-बार वसूला गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस अवैध वसूली के जरिए करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की गई है। जब छात्रों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई, तो कॉलेज प्रशासन ने दादागिरी पर उतरते हुए उन्हें परीक्षा में बैठने से रोकने, पासिंग सर्टिफिकेट और चरित्र प्रमाण पत्र न देने की धमकी देना शुरू कर दिया।
देवेंद्र नाथ महतो ने कुलपति से अनुरोध किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया जाए। उन्होंने मांग की कि जांच के आधार पर सीआईटी कॉलेज के प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि छात्रों को न्याय मिल सके।
साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अवैध रूप से वसूले गए शुल्क को जल्द वापस नहीं किया गया, तो वे कॉलेज में तालाबंदी करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक पीड़ित छात्रों को न्याय नहीं मिल जाता।
इस प्रकरण ने शिक्षा व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं और छात्रों में व्यापक असंतोष उत्पन्न किया है। अब देखना यह होगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन इस पर कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है।




















