Darbhanga News: दरभंगा जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूरी पर स्थित बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर अति प्राचीन शिव मंदिरों में से एक है।बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर के बारे में धारणा है कि बाबा की अराधाना करने वालों को रोग से मुक्ति मिल जाती है। यही कारण है कि सालों भर रोगी बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर में पूजा अर्चना करते देखे जाते हैं।
सावन की पहली सोमवारी पर यहां भक्तों की आपार भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह होते ही भक्त यहां पहुंचने लगे। शिवलिंग पर फूल-बेलपत्र चढ़ाए एवं जलाभिषेक कर सर्वमंगल की कामना की। गंगेश्वरनाथ महादेव मंदिर हर-हर महादेव के जयघोष से गूंजता रहा।

जानकारी के अनुसार बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर सबसे अधिक भीड़ महिलाओं की रही। अधिकांश महिलाएं सोमवारी व्रत में रहकर पूजा के लिए बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर पहुंची थी। महिलाओं ने शिवलिंग पर बेलपत्र, फूल,धतूरा चढ़ाकर पूजा की। किसी ने शिवलिंग का दूध से तो किसी ने गंगाजल से अभिषेक किया।
बाबा गंगेश्वर नाथ पर आस्था रखने वाले भक्तजनों का मानना है कि बाबा का सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से सारे कष्टों का निवारण होता है।बाबा के दरबार में पूजा करने के लिए रोज भक्तों का तांता लगा रहता है। सावन की पहली सोमवार को विशेष पूजा करने को लेकर मंदिर में भक्तों की भीड़ है।

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मिथिलांचल का बाबाधाम कहा हैं?
बाबा गंगेश्वर नाथ मंदिर जाले प्रखंड मुख्यालय से 10 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम और कमतौल थाने से लगभग नौ किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में रतनपुर पंचायत में स्थित है। यह मंदिर बाबा गंगेश्वरस्थान के नाम से प्रसिद्ध है। जिसे मिथिलांचल का बाबाधाम माना जाता है.