Bihar News: प्रखंड मुख्यालय स्थित हाई स्कूल प्रांगण में गुरुवार से दिव्यांग बच्चों के लिए नामित नोडल शिक्षकों का तीन दिवसीय गैर-आवासीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हुआ। इस कार्यक्रम का नेतृत्व संसाधन शिक्षक विवेक चौधरी कर रहे हैं।
मौके पर प्रशिक्षक समित कुमार कर्ण ने सरकार एवं विभाग के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि आज भी प्रायः समाज में दिव्यांग बच्चों को उपेक्षित होते हुए देखा जा रहा है। यह केवल समाज के लोगों की गलत मानसिकता और दिव्यांग जनों के बीच शिक्षा का घोर अभाव के कारण देखा जाता है। उसे भी समाज के मुख्यधारा से जोड़ने एवं उसके हौसले को बुलंद करने के लिए जहां सरकार संकल्पित है,
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वहीं समाज के भविष्य निर्माता हम शिक्षकों का भी कर्तव्य है कि दिव्यांग बच्चों पर विशेष रूप से फोकस करते हुए बच्चे एवं उसके अभिभावकों से सीधा संपर्क कर उसके शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए विशेष उसके अनुरूप स्कूल वातावरण एवं कक्षा का माहौल तैयार रखते हुए शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करेंगे।
वहीं प्रशिक्षक मोनी कुमारी ने कहा कि शिक्षा रूपी शक्ति से दिव्यांगजन भी इतिहास रच सकते हैं और समाज में साबित कर सकते हैं कि दिव्यांगता किसी बेहतर जीवन की राह में बाधा नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन बच्चों के पास दिव्यांगता का प्रमाण पत्र नहीं है, उनके लिए शिक्षकों को अभिभावकों को जागरूक कर प्रमाण पत्र बनवाने हेतु प्रेरित करना चाहिए।