Latehar News : किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी होती है सड़क. इसके कारण ही यातायात के माध्यम से सुविधा पहुंचाई और बढ़ाई जाती है, लेकिन बालूमाथ थाना क्षेत्र में एक ऐसा भी गांव है, जहां आजादी के बाद से सड़क अब तक नहीं बनी. जिस कारण लोगों का विकास रुका हुआ है. योजनाएं तो सरकार अनेकों चलाती हैं, मगर उनका लाभ इस गांव के लोगों को नहीं मिल पा रहा है.

इस गांव में सड़क भी नहीं है, जिस कारण पूरे ग्रामीण एक जुट होकर चुनाव का विरोध कर रहे हैं।दरअसल, ये पूरा मामला बालूमाथ थाना क्षेत्र अंतर्गत चेताग पंचायत के सेमरसोत ग्राम का है जहाँ सड़क की बदहाली से यहाँ के सैकडों परिवार त्रस्त है । वही ग्रामीण ने बताया कि ये कच्ची सड़क करीब 6 किलोमीटर के बाद मुख्य सड़क से जोड़ती है जिसमे हेमपुर, सोपारम,सिमरसोत, मुरगाँव, कुरमु, अमझरिया, समेत कई गांव आते है जहाँ बरसात के मौसम में जान खतरे में डालकर यहाँ के लोग रोजाना गुजरते है।अगर कोई बीमार पड़ जाता है तो मुख्य सड़क तक हमलोगो को खाट से ले जाना पड़ता है सड़क में जगह-जगह गड्ढे बन जाने से आए दिन यहां दुर्घटना होती रहती हैं. ऐसे में ग्रामीण एकजुट होकर वोट का विरोध करने पर उतर गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि रोड नहीं तो वोट नहीं ।


भाजपा के पूर्व सांसद सुनील सिंह ने गांव को लिया था गोद
खास बात यह है कि सिमरसोत गाँव को पूर्व सांसद सुनील सिंह ने गोद लिया था, लेकिन हालात यह है कि यहाँ पर विकास कोसो दूर है। ग्रामीणों को मुख्य सड़क से गांव तक जाने के लिए पगडंडी का सहारा लेना पड़ता है, बारिश होने पर तो हालात बदतर हो जाते हैं,जिससे पढ़ने वाले बच्चे विद्यालय जाने से वंचित हो जाते है,इस गाँव के लिए ये कहना गलत नही होगा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने इस गांव को विकास के मानचित्र पर रखा ही नहीं….


गांव में हैं 1200 से अधिक मतदाता
सिमरसोत गाँव में करीब 1200 से अधिक वोटर है,ग्रामीणों की मानें तो आजादी के कितने वर्ष बीत गए और हर पाँच साल में राजनीतिक दल के नेता वोट मांगने गाँव आते है और जीत कर भी जाते है लेकिन विकास के नाम पर जैसा कल थे वैसा आज महसूस कर रहे है इस गाँव मे वोट मांगने के दौरान कितने नेता मंत्री आये आश्वाशन दिए और वोट लेकर चले गए लेकिन दुबारा जीत कर हमारे गांव का हालत देखने नही आये। लेकिन अब इन्ही सब परिस्थितियों को लेकर गाँव के 1200 से अधिक मतदाताओं ने वोट बहिष्कार का मन बना लिया है।


मिथिला टॉप की लोगों से अपील
हालांकि, मिथिला टॉप की लोगों से यह अपील है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें. लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लें साथ ही मतदान के लिए दूसरों को भी जागरूक करें।