Mithila haat : बिहार का मिथिला हाट झंझारपुर में दिल्ली हाट की तर्ज पर बनाया गया है | मिथिला हाट को 13 करोड़ रुपए की लागत बनाया गया। 26 एकड़ में फैला है | मिथिला हाट(Mithila Haat) दिल्ली हाट की तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। मिथिला हाट से मधुबनी पेंटिंग से जुड़े कलाकारों को एक गेटवे मिल गया है। छोटे से जगह पर इस तरह के हाट के खुल जाने से कलाकारों को नया बाजार मिल रहा है। अब उनकी कला ज्यादा लोगों तक पहुंच रही है।
मिथिला हाट में मिथिला के संस्कृति की झलक
मिथिला हाट आने के बाद आप बेहद अच्छा महसूस करेंगे, एंट्री करते ही चारों तरफ के कोरिडोर और बीच में पोखर की घटा देखते ही बनती है. स्ट्रीट के किनारे लगी दुकानें और बच्चों के मनोरंजन से लेकर आपकी संस्कृति का ख्याल रखने वाली धरोहर चीजें काफी अच्छी लगेगी. यहां स्थित भंसाघर में पुराने समय के रसोई और व्यंजन की यादें ताजा हो जाएंगी. वहीं बोट से तालाब में घूमते हुए मजा आ जाएगा.
मिथिला हाट में रोजाना रहती है पर्यटकों की भीड़
मिथिला हाट आने के बाद आप जल्दी वापिस जाना पसंद नहीं करेंगे. यहां हाथ और बेंत से बनी हुई सामग्री जैसे कि-लेडीज पर्स, चेयर, फुलडाली,भगवान की प्रतिमा सहित टोपी और बाकी चीजें आसानी से मिल जाएगी जिसका इस्तेमाल आप बखूबी कर सकते हैं. यहां कई सारे होटल्स एक ही कंपाउंड में हैं, जहां आप रात भी गुजार सकते हैं और इस सुंदर दृश्य का साक्षी भी बन सकते हैं.यहां आना वाकई एक मजेदार यात्रा होगी.
मिथिला हाट कैसे पहुंचे ?
मधुबनी जिले के बॉर्डर झंझारपुर और फुलपरास के बीच में अररिया संग्राम गांव में बसाया गया है। मिथिला हाट पहुंचने के लिए आप मधुबनी से या दरभंगा से एनएच 57 होते हुए फुलपरास की तरफ आ सकते हैं.फुलपरास से 15 किलोमीटर पहले। वहीं मधुबनी शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर आप इस स्थल पर पहुंच सकते हैं | वही ट्रेन से आप इस स्थल पर आने के लिए दरभंगा रेलवे स्टेशन आना होगा फिर फुलपरास के बीच में अररिया संग्राम गांव पहुंच सकते हैं
मिथिला हाट में एंट्री शुल्क कितना है ?
मिथिला हाट में एंट्री के लिए केवल 20 रुपए का शुल्क लिया जाता है. जो की कभी सस्ती है ….
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