Madhubani News : मधुबनी जिले के जयनगर में सी.पी.आई. और सी.पी.आई.एम. ‘सरकार बदलो-बिहार बदलो’ के संयुक्त आह्वान पर बिहार में बढ़ते अपराध, बेरोजगारी और महंगाई से आम जनता, युवा, किसान और गरीब परेशान हैं. इन मांगों समेत अन्य 14 सूत्री मांगों को लेकर राज्यव्यापी जन आंदोलन के तहत 20 मार्च को सीपीआई और सीपीआईएम के संयुक्त तत्वावधान में जुलूस निकालने का निर्णय लिया गया है. कार्यक्रम की तैयारी एवं सफल आयोजन में पार्टी कार्यकर्ताओं एवं आम लोगों की भागीदारी को लेकर जयनगर स्थित कम्युनिस्ट पार्टी के जोनल कार्यालय में पार्टी के जिला पदाधिकारियों की उपस्थिति में पार्टी के अनुमंडल एवं स्थानीय स्तर के कार्यकर्ताओं की एक विशेष बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता जयनगर सीपीआई के अंचल मंत्री राम नारायण बनराईत, लदनियां के अंचल मंत्री राम खेलावन यादव, बासोपट्टी के अंचल मंत्री विजय पासवान, सीपीएम के अंचल मंत्री कुमार राणा प्रताप सिंह ने की तथा संचालन सीपीआई के अंचल मंत्री राम नारायण बनराईत ने किया.
बैठक को सीपीएम के जिला मंत्री मनोज कुमार यादव, सीपीआई के जिला मंत्री मिथलेश झा, राम जी यादव जिला सचिव मंडल सदस्य सीपीएम, सत्यनारायण यादव किसान सभा अंचल, शशि भूषण प्रसाद, उपेंद्र यादव, राजेश कुमार पांडेय, पवन कुमार यादव, चन्द्रदेव यादव, रामअधार ठाकुर, उपेंद्र मुखिया, गंगा राम सिंह समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने सम्बोधित किया।
इस मौके पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने बैठक में भाग लिया।
बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि चीनी, जूट, कपड़ा व खाद्य प्रसंस्करण जैसे कृषि आधारित उद्योग बंद हैं. वहीं बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है. गरीब, आम लोग, छात्र, युवा, महिलाएं परेशान हैं. मांगों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करना, किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सभी कृषि उत्पादों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देना और अधिग्रहीत भूमि के लिए किसानों को मौजूदा बाजार दर पर मुआवजा देना शामिल है। किसानों की सहमति के बिना भूमि अधिग्रहण बंद करना। सभी लाभुकों को 35 किलो अनाज देना. भूमिहीनों व पर्चाधारियों को जमीन व मकान उपलब्ध कराने के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन तीन हजार रुपये प्रति माह की जाये. स्मार्ट मीटर वापस लेना, 200 यूनिट मुफ्त बिजली देना।
आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए, महंगाई पर नियंत्रण किया जाए, बिहार को अपराध व भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाए, बाढ़ व सुखाड़ का स्थाई समाधान किया जाए। सभी योजना कर्मी, आंगनबाडी, आशा, ममता, मध्याह्न भोजन कर्मी, वैक्सीन कूरियर, जीविका कैडर को स्थिर करना. अन्य मांगों में स्वच्छता, परिवहन सहित असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन सुनिश्चित करना, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बेघर लोगों को उजाड़ना बंद करना, बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करना या उन्हें बेरोजगारी भत्ता देना शामिल है। कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यकर्ताओं से तैयारी कर भाग लेने का आह्वान किया गया। जन आंदोलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और आम लोग शामिल होंगे.
सुमित कुमार राउत