Darbhanga: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (Lalit Narayan Mithila University) एलएनएमयू के विधि स्नातक (एलएल.बी) पाठ्यक्रम सत्र 2025–28 में नामांकन प्रक्रिया को लेकर छात्र समुदाय में भारी असंतोष व्याप्त है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के प्रवेश परीक्षा की जगह शैक्षणिक अंकों के आधार पर नामांकन की बात सामने आने के बाद छात्र प्रतिनिधियों ने कुलपति महोदय से औपचारिक मुलाकात कर इस निर्णय पर पुनर्विचार की मांग की है।
छात्रों का कहना है कि एलएनएमयू में शैक्षणिक अंकों के आधार पर चयन प्रक्रिया न्यायसंगत नहीं है, क्योंकि इससे मेधावी लेकिन कम अंकों वाले छात्र वंचित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि एलएल.बी जैसी गंभीर और लोकतंत्र से जुड़ी शिक्षा में पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा आवश्यक है, और इसके लिए प्रवेश परीक्षा अनिवार्य होनी चाहिए।
इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय महासचिव वीरेंद्र कुमार, मिथिलावादी नेता विद्या भूषण, राष्ट्रीय प्रवक्ता आदित्य मंडल और विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनीश चौधरी ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से मुलाकात की। उन्होंने छात्रों की ओर से मांग की कि जल्द से जल्द प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित की जाए ताकि छात्रों में व्याप्त असमंजस की स्थिति समाप्त हो।
छात्र प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, तो वे लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी नैतिक जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
Also Read: BJP MLA मिश्री लाल यादव को लगा झटका, एमपी/एमएलए कोर्ट ने भेजा जेल
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन छात्रों के विरोध और संगठनों की सक्रियता को देखते हुए आने वाले दिनों में विश्वविद्यालय को इस मुद्दे पर निर्णय लेना पड़ सकता है।