Paithana Toll Plaza : नालंदा में NH-20 के तीसरे खंड पर स्थित पैठना टोल प्लाजा चालू हो गया है. टोल प्लाजा का उद्घाटन प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार, जीएम सुधीर सागवान, योगेश सिंह राजपूत, कृष्ण मोहन मिश्रा ने किया। टोल प्लाजा शुल्क की बात करें तो कार, जीप और अन्य हल्के वाहनों के लिए एक तरफा यात्रा शुल्क 205 रुपये तय किया गया है, जबकि 24 घंटे के भीतर वापसी यात्रा के लिए आपको 310 रुपये का भुगतान करना होगा। मासिक पास धारकों को 6,835 रुपये का भुगतान करना होगा। जबकि टोल प्लाजा के 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले वाहनों के लिए मासिक शुल्क 340 रुपये रखा गया है.
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एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए टोल प्लाजा के पास विशेष व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा, ”यहां 16 गेट बनाए गए हैं और टोल प्लाजा 24 घंटे चालू रहेगा. बाकी इलाके में खाने-पीने की सुविधा भी उपलब्ध है.” रूट पेट्रोलिंग के लिए एक वाहन उपलब्ध कराया गया है. इसमें सावर के जवान टोल मार्ग की कुल 50 किलोमीटर की दूरी में गश्त करेंगे।
भारी वाहनों के लिए शुल्क:
- हल्की वाणिज्यिक/मिनी बस: 330 रुपये (एकतरफ़ा), 500 रुपये (वापसी यात्रा)
- डबल एक्सल वाहन: 695 रुपये (एकतरफ़ा), 1,045 रुपये (वापसी यात्रा)
- मल्टी एक्सल वाहन: 1,090 रुपये से 1,330 रुपये
विशेष राहत:
- मासिक पास धारकों को 33 प्रतिशत की छूट
- स्थानीय वाहनों के लिए विशेष रियायती दरें
- 50 यात्राओं के लिए विशेष पैकेज उपलब्ध हैं
अधिकारियों के मुताबिक टोल प्लाजा की वसूली अवधि 25-30 साल तय की गई है. इस दौरान यात्रियों को बेहतर सड़क सुविधाएं और आधुनिक सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी. टोल प्लाजा के संचालन की जिम्मेदारी स्काईलार्क को दी गई है। फोरलेन निर्माण के इस खंड की लागत 2310 करोड़ रुपये है। जब तक यह रकम वसूल नहीं हो जाती, तब तक टोल प्लाजा की दरें लागू रहेंगी. अनुमान है कि 25 से 30 साल में इसकी भरपाई हो जायेगी. इसके बाद 40 फीसदी की दर से टैक्स लगेगा.
यह टोल प्लाजा खराट मोड़ (नवादा)-बख्तियारपुर फोरलेन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्घाटन नवंबर 2024 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया था। इस परियोजना से क्षेत्र में यातायात व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। सड़क का एक हिस्सा पड़ोसी राज्य झारखंड से जुड़ता है. जबकि दूसरा हिस्सा पटना और अन्य जिलों को जोड़ता है. सीधी कनेक्टिविटी से जहां समय की बचत हो रही है। वहीं, सड़कें बेहतर होने से पैसे की भी बचत होगी.